Saturday, June 13, 2020

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मानसून पश्चिम बंगाल में गंगा के तटवर्ती इलाके और ओडिशा में सक्रिय है। शनिवार को यह मध्य महाराष्ट्र के कुछ और हिस्सों, मराठवाड़ा और विदर्भ के अधिकतर हिस्सों, छत्तीसगढ़, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के बाकी हिस्सों, झारखंड के अधिकांश हिस्सों और बिहार के कुछ हिस्सों में आगे बढ़ा है।

मध्य अरब सागर के शेष हिस्सों में और उत्तर अरब सागर के कुछ हिस्सों और महाराष्ट्र के शेष हिस्सों (मुंबई सहित), छत्तीसगढ़, झारखंड, दक्षिण मध्य प्रदेश और बिहार के हिस्सों और दक्षिण गुजरात के कुछ हिस्सों के लिए अगले 24 घंटों के दौरान आगे बढ़ने के लिए हालात अनुकूल बन रहेहैं। इन इलाकों में मानसून रविवार या सोमवार को दस्तक दे सकता है।

दक्षिण गुजरात सहित प्रदेश में अगले 3 दिन भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल के पर्वतीय हिस्से, सिक्किम, असम, मेघालय, मध्य महाराष्ट्र, कर्नाटक में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है।

मध्यप्रदेश: मानसून पहले होशंगाबाद, जबलपुर और इंदौर में दस्तक देगा

मानसून मप्र में तय समय 15 जून से एक दिन पहले रविवार को पहुंच सकता है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक एके शुक्ला ने बताया कि यह सबसे पहले होशंगाबाद, जबलपुर और इंदौर में दस्तक देगा। मानसून की उत्तरी सीमा हरनेई, अहमदनगर, औरंगाबाद, गोंदिया, चांपा, रांची, भागलपुर से गुजर रही है। इसकी अरब सागर एवं बंगाल की खाड़ी दोनों ब्रांच भी एक्टिव हैं। इस वजह से इसके जल्द ही भोपाल में भी पहुंचने की संभावना बढ़ गई है।

उधर, मानसून की आहट के साथ शनिवार को मालवा-निमाड़, महाकौशल, विंध्य के कई इलाकों में तेज बारिश हुई। जुन्नारदेव में 100, मेघनगर में 74, हरदा में 73, मंडला में 60 मिमी, खातेगांव में 58 मिमी में बारिश रिकॉर्ड हुई।

सियर जोन, जिसने मानसून को ज्यादा सक्रिय किया, रफ्तार दी
मौसम विशेषज्ञ शैलेंद्र कुमार नायक के मुताबिक पूर्वी और पश्चिमी हवाएं आपस में 19 डिग्री उत्तरी अक्षांश पर मध्य भारत के आसपास 6 किमी ऊंचाई तक मिल रही हैं। इसे सियर जोन कहते हैं। इससे मानसूनी गतिविधियां तेज हो जाती हैं।

नॉलेज- ऐसे पता चलता है
मानसून आया... हवा दक्षिणी-पश्चिमी हो। धरती से निकलने वाली गर्मी 200 वॉट प्रति वर्ग मीटर से कम हो। जमीन से 4 से 5 किमी ऊपर नमी हो। बारिश लगातार हो।

अलर्ट- आज यहां बारिश
आलीराजपुर, अनूपपुर, बड़वानी, बैतूल, छिंदवाड़ा, डिंडोरी, हरदा, जबलपुर, झाबुआ, खंडवा, खरगोन, नरसिंहपुर, सिवनी में रविवार को तेज बारिश के आसार।

भोपाल: शाम को कई इलाकों में हुई बारिश, 3.1 डिग्री गिरा पारा
मानसून की आहट से शहर का मौसम इन दिनों हर शाम बदल जाता है। शनिवार को भी दोपहर तक तो तेज धूप चटकी लेकिन शाम साढ़े 4 बजे तक घने बादल छा गए। शहर के कई इलाकों में करीब 20 मिनट तक बूंदाबांदी हुई। शनिवार को दिन का तापमान, यह शुक्रवार के मुकाबले 3.1 डिग्री कम रहा। मौसम वैज्ञानिक उदय सरवटे ने बताया कि इस दौरान हवा का रुख उत्तर-पश्चिमी था। उत्तर पश्चिमी मप्र में बने हवा के चक्रवाती घेरे के कारण नमी में इजाफा हुआ है।

छत्तीसगढ़:बिलासपुर-रायगढ़ तक पहुंचा

राजधानी रायपुर में सक्रिय मानसून शनिवार को आगे बढ़ते हुए बिलासपुर, जांजगीर चांपा और रायगढ़ के कुछ हिस्सों तक पहुंच गया। इन इलाकों में बारिश शुरू हो गई है। उत्तरी छत्तीसगढ़ के जिन हिस्सों में मानसून अभी नहीं पहुंचा है वहां भी प्री-मानसून की वर्षा होने लगी है। अगले एक-दो दिन में पूरा छत्तीसगढ़ दक्षिण-पश्चिम हवा के प्रभाव में रहेगा। गुरुवार को मानसून ने बस्तर में दस्तक दी और 48 घंटे के भीतर वह बस्तर से बिलासपुर तक पहुंच गया। मानसूनी गतिविधियां तेज हैं। इसलिए अगले एक-दो दिन में दक्षिण-पश्चिम हवा पूरे छत्तीसगढ़ में सक्रिय हो जाएगी।राजधानी में शनिवार-रविवार को शाम-रात में गरज-चमक के साथ वर्षा होने की संभावना है।

बिहार:भागलपुर के रास्ते मानसून पहुंचा, 18 तक पूरे प्रदेश में छाएगा

भागलपुर में हुई बारिश के बाद माैसम विभाग ने शनिवार काे बिहार में मानसून के दस्तक देने की घोषणा कर दी। फिलहाल बिहार में मानसून के कवर हाेने के लिए सिस्टम बना हुआ है। अगले 24 से 30 घंटाें में पटना व इससे सटे जिलाें के साथ ही बिहार के नाॅर्थ ईस्ट के जिलाें सुपाैल, अररिया, किशनगंज, मधेपुरा, पूर्णिया, सहरसा जिलाें में मानसून की बाैछार हाेगी। पटना में भी सिस्टम बना हुआ है। बूंदा-बांदी हुई है। इससे पहले 2008 में मानसून ने 9 जून काे दस्तक दी थी।अगले तीन दिनाें तक बिहार के 38 जिलाें में गरज के साथ कहीं हल्की ताे कहीं भारी बारिश की चेतवानी दी गई है।

फोटो पटना बिहार की है।

पहले 10 जून थी आने की तिथि, 60 साल बाद बदलाव
बिहार में पहले आने की तारीख 10 जून थी। पर मानसून तय वक्तपर नहीं आ रहा था। इस साल माैसम विभाग ने 60 साल के आंकड़े को परखा, फिर तरीख में बदलाव हुआ। बिहार में 15 जून के बाद तय की है। 2002 से लेकर 2019 तक इन 18 सालाें में केवल चार साल ही ऐसा रहा जब मानसून ने 10-11 जून या इससे पहले दस्तक दी। 2017 से 2019 की बात करें ताे मानसून ने 20 जून के बाद दस्तक दी है।


झारखंड: संथाल के रास्ते मानसून की एंट्री 24 घंटे में पूरे राज्य में छा जाएगा

झारखंड में तय समय से दाे दिन पहले ही मानसून ने दस्तक दे दी है। शनिवार काे संथाल परगना और पूर्वी सिंहभूम के रास्ते मानसून ने झारखंड में प्रवेश किया। अगले 24 घंटे के भीतर यह पूरे राज्य में छा जाएगा। माैसम विभाग के निदेशक डाॅ. एसडी काेटाल ने मानसून के आगमन की घाेषणा की। उन्हाेंने बताया कि पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम, सरायकेला खरसावां, धनबाद, जामताड़ा, देवघर, दुमका, गोड्डा, पाकुड़, साहिबगंज, खूंटी जिले में मानसून प्रवेश कर गया है। गुमला, हजारीबाग व गिरिडीह के कुछ हिस्सों में भी मानसून की बारिश हाे रही है।

जमशेदपुर में मानसून की पहली बारिश।


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फोटो भोपाल के बड़े तालाब की है। शनिवार को शहर में आंधी के साथ हल्की बारिश हुई। फोटो-अनिल दीक्षित


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