Saturday, January 25, 2020

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खेल डेस्क. पूर्व भारतीय कप्तान कपिल देव ने शनिवार को कहा कि ऋषभ पंत को खुद ही अपने आलोचकों को गलत साबित करना होगा। उन्होंने कहा, ‘‘पंत प्रतिभाशाली हैं। वे किसी को दोषी नहीं ठहरा सकते हैं। उन्हें खुद ही अपना करियर संवारना होगा। उसका एक ही रास्ता है कि वे रन बनाएं। वे ऐसा करके ही लोगों को गलत साबित कर सकते हैं।’’

पूर्व कप्तान इंग्लैंड में 1983 विश्व कप में भारत की ऐतिहासिक जीत पर आधारित फिल्म ‘83’ के प्रचार के लिए चेन्नई में मौजूद थे। उन्होंने केएल राहुल द्वारा ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के खिलाफ विकेटकीपिंग किए जाने पर पूछे सवाल के जवाब में कहा, ‘‘मुझे इस बारे में नहीं पता। इस पर फैसला करना टीम मैनेजमेंट का काम है। उन्होंने कहा, ‘‘खिलाड़ियों को खुद का आकलन करना होगा। उन्हें चयनकर्ताओं को टीम से बाहर करने या आराम देने का विकल्प कभी नहीं देना चाहिए।’’

कप्तान कोहली भी कह चुके कि राहुल आगे भी विकेटकीपिंग करेंगे

इस महीने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मुंबई वनडे में पंत के सिर में पैट कमिंस की गेंद लग गई थी। चक्कर आने की वजह से वे बल्लेबाजी करने नहीं उतरे। उनकी जगह केएल राहुल से विकेटकीपिंग करने को कहा। उन्होंने राजकोट में हुए दूसरे वनडे में न सिर्फ विकेट के पीछे अच्छा किया, बल्कि पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए 52 गेंद पर 80 रन बनाए। पंत के ठीक होने के बावजूद टीम मैनेजमेंट ने राहुल से ही विकेटकीपिंग कराई। शिखर धवन के चोटिल होने के बाद रोहित के जोड़ीदार के रूप में टॉप ऑर्डर में एक बल्लेबाज की जगह खाली थी। लेकिन फिर भी पंत को एक मध्य क्रम के बल्लेबाज मनीष पांडे के लिए टीम से बाहर किया। टीम इंडिया के नए प्लान में राहुल बतौर विकेटकीपर बल्लेबाज फिट होंगे। खुद कप्तान विराट कोहली भी यह बात कह चुके हैं।

पंत ने पिछले 1 साल में 13 वनडे में 333 रन बनाए

पंत ने पिछले एक साल में 13 वनडे, 2 टेस्ट और 18 टी-20 में 23.85 की औसत से सिर्फ 644 रन बनाए हैं। इस दौरान उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 71 रन रहा। उन्होंने इस साल2 टेस्ट में 58,13 वनडे में 333 और18 टी-20 में 253 रन बनाए।



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ऋषभ पंत। (फाइल)


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खेल डेस्क. भारत और न्यूजीलैंड के बीच 5 टी-20 की सीरीज का दूसरा मैच रविवार को ऑकलैंड के ईडन पार्क में खेला जा रहा है। न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियम्सन ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी का फैसला किया। दोनों टीमों कीप्लेइंग इलेवन में कोई बदलाव नहीं किया गया।पहला मुकाबला भी इसी मैदान पर खेला गया था, जिसमें भारत ने 4 विकेट पर 204 रन का लक्ष्य हासिल किया था।


भारतीय टीम ने गणतंत्र दिवस पर 2 ही मैच खेले हैं। पहला मैच 2016 को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड में खेला था। यह मैच भारत ने 37 रन से जीता। इसके बाद उसका 2017 में अपने ही घर में इंग्लैंड से सामना हुआ। कानपुर में खेले गए इस मैच में भारत को 7 विकेट से हार का सामना करना पड़ा था।

दोनों टीमें:
भारत : विराट कोहली (कप्तान), रोहित शर्मा (उप-कप्तान), लोकेश राहुल (विकेटकीपर), श्रेयस अय्यर, मनीष पांडे, शिवम दुबे, रविंद्र जडेजा, युजवेंद्र चहल, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, शार्दुल ठाकुर।

न्यूजीलैंड : केन विलियम्सन (कप्तान), मार्टिन गुप्टिल, कॉलिन मुनरो, कॉलिन डी ग्रैंडहोम, रॉस टेलर, टिम शिफर्ट (विकेटकीपर), मिशेल सेंटनर, ब्लेयर टिकनेर, टिम साउदी, ईश सोढ़ी, हामिश बेनेट।



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टॉस के दौरान न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियम्सन और भारत के कप्तान विराट कोहली।


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खेल डेस्क. साल के पहले ग्रैंड स्लैम ऑस्ट्रेलियन ओपन के 7वें दिन रविवार को एक और उलटफेर हुआ। 15 साल की अमेरिकी स्टार कोको कोरी गॉफ चौथे दौर में बाहर हो गईं। उन्हें हमवतन सोफिया केनिन ने 7-6, 6-3, 6-0 से हराया। वर्ल्ड नंबर-2 सर्बिया के नोवाक जोकोविच और चेक रिपब्लिक की पेत्रा क्वितोवा क्वार्टर फाइनल में पहुंच गईं।

जोकोविच ने 2 घंटे 6 मिनट तक चले मुकाबले में अर्जेंटिना के डिएगो श्वाट्र्जमैन को 6-3, 6-4, 6-4 से मात दी। वहीं दुनिया की नंबर-8 खिलाड़ी क्वितोवा ने वर्ल्ड नंबर-23 ग्रीस की मारिया सकारी को 7-6, 6-3, 6-2 से हराया।

कियांग वांग चौथे दौर में बाहर

2014 के यूएस ओपन चैम्पियन क्रोएशिया के मारिन सिलिच भी चौथे दौर में बाहर हो गए। उन्हें कनाडा के मिलोस राओनिक ने 6-4, 6-3, 7-5 से शिकस्त दी। वहीं, ट्यूनिशिया की ओन्स जबेउर ने पहली बार टूर्नामेंट के क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई। ओन्स ने चीन की कियांग वांग को सीधे सेटों में 7-6, 6-1 से हराया। वांग ने तीसरे दौर में अमेरिका की सेरेना विलियम्स को हराया था।



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वर्ल्ड नंबर-2 सर्बिया के नोवाक जोकोविच ऑस्ट्रेलियन ओपन के क्वार्टर फाइनल में पहुंचे।
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नई दिल्ली/बीजिंग/लंदन. भारत ने चीन सरकार से वुहान में फंसे 250 छात्रों को लौटाने की अपील की है। कोरोनावायरस का केंद्र माने जा रहे वुहान में अब तक 46 लोगों की मौत हो चुकी है। चीन ने कोरोनावायरस की रोकथाम के लिए वुहान को पूरी तरह लॉकडाउन कर दिया है। इसके अलावा 16 अन्य शहरों में भी सार्वजनिक यातायात सेवाएं बंद कर दी गई हैं। यानी यहां से कोई भी व्यक्ति बाहर नहीं जा सकता। हालांकि, भारत सरकार ने चीनी विदेश मंत्रालय से अपील की है कि वह छात्रों को अपने देश लौटने दे।

वुहान में लगभग 700 भारतीय छात्र पढ़ते हैं। नए साल की छुट्टियों पर ज्यादातर भारत आ गए थे। हालांकि, 250 छात्र वुहान में ही फंसे रह गए। इन बच्चों के माता-पिता ने कोरोनावायरस के तेजी से फैलने की खबरों के बीच उनके हालात पर चिंता जताई थी। वुहान यूनिवर्सिटी की एक मेडिकल स्टूडेंट के पिता कुमारन जे के मुताबिक, छात्रों का खाने-पीने का सामान खत्म हो रहा है। वहां यातायात के साधनों के साथ दुकानें बंद हैं। लोगों को घरों से बाहर नहीं निकलने को कहा गया है। छात्र जब वुहान से निकलने की कोशिश में थे, तभी ट्रांसपोर्ट सेवाएं बंद कर दी गईं।

हम अपने विदेशी साथियों की हर तरह की मदद को तैयार: चीनी विदेश मंत्रालय
भारतीय दूतावास ने कहा, चीनी अफसरों ने भारतीयों को खाने-पीने के सामान समेत हर तरह के सहयोग का आश्वासन दिया है। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि हम अपने विदेशी साथियों और अफसरों की हमेशा मदद करते हैं। हम जो भी सहयोग कर सकेंगे, जरूर करेंगे। हम परिस्थितियों के मुताबिक, यहां रहने वाले विदेशी नागरिकों के अधिकारों और उनकी देखरेख का पूरा जिम्मा उठाएंगे।

चीन में कोरोनावायरस से दो दिन में 29 लोगों की मौत
चीन में कोरोनावायरस की रोकथाम के इंतजाम पूरे नहीं पड़ रहे हैं। अफसरों ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि देशभर में अब तक 56 की मौत हो चुकी है। इसके अलावा 1975 लोग कोरोनावायरस से संक्रमित पाए गए हैं। शनिवार को ही हुबेई प्रांत में 13 लोगों की मौत हुई। इससे पहले शुक्रवार को चीन में 16 की मौत हुई थी।

जिनपिंग ने कहा- भयानक समस्या से गुजर रहा चीन
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने शनिवार को कोरोनावायरस समस्या पर अफसरों के साथ बैठक की। उन्होंने कहा कि देश इस वक्त भयानक समस्याओं से गुजर रहा है। वायरस का फैलना और तेज हुआ है। चीन के कई शहरों में लूनर न्यू ईयर की तैयारियां रद्द कर दी गई हैं। बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सरकार ने 17 शहरों को लॉकडाउन कर दिया है। चीनी अखबार पीपुल्स डेली के मुताबिक, 15 दिन के अंदर एक और इमरजेंसी अस्पताल तैयार किया जाएगा। इससे पहले 1000 बेड के अस्पताल का निर्माण भी शुक्रवार को शुरू हो चुका है। मिलिट्री से जुड़े स्वास्थ्यकर्मियों को भी वुहान लाया जा रहा है।



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चीन में कोरोनावायरस से संक्रमित लोगों को आइसोलेशन रूम में रखा जा रहा है।
वुहान में पीड़ितों के लिए अस्पताल कम पड़ गए, बाहर भी मरीजों का इलाज कर रहे डॉक्टर।


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नई दिल्ली/बीजिंग/लंदन. भारत ने चीन सरकार से वुहान में फंसे 250 छात्रों को लौटाने की अपील की है। कोरोनावायरस का केंद्र माने जा रहे वुहान में अब तक 46 लोगों की मौत हो चुकी है। चीन ने कोरोनावायरस की रोकथाम के लिए वुहान को पूरी तरह लॉकडाउन कर दिया है। इसके अलावा 16 अन्य शहरों में भी सार्वजनिक यातायात सेवाएं बंद कर दी गई हैं। यानी यहां से कोई भी व्यक्ति बाहर नहीं जा सकता। हालांकि, भारत सरकार ने चीनी विदेश मंत्रालय से अपील की है कि वह छात्रों को अपने देश लौटने दे।

वुहान में लगभग 700 भारतीय छात्र पढ़ते हैं। नए साल की छुट्टियों पर ज्यादातर भारत आ गए थे। हालांकि, 250 छात्र वुहान में ही फंसे रह गए। इन बच्चों के माता-पिता ने कोरोनावायरस के तेजी से फैलने की खबरों के बीच उनके हालात पर चिंता जताई थी। वुहान यूनिवर्सिटी की एक मेडिकल स्टूडेंट के पिता कुमारन जे के मुताबिक, छात्रों का खाने-पीने का सामान खत्म हो रहा है। वहां यातायात के साधनों के साथ दुकानें बंद हैं। लोगों को घरों से बाहर नहीं निकलने को कहा गया है। छात्र जब वुहान से निकलने की कोशिश में थे, तभी ट्रांसपोर्ट सेवाएं बंद कर दी गईं।

हम अपने विदेशी साथियों की हर तरह की मदद को तैयार: चीनी विदेश मंत्रालय
भारतीय दूतावास ने कहा, चीनी अफसरों ने भारतीयों को खाने-पीने के सामान समेत हर तरह के सहयोग का आश्वासन दिया है। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि हम अपने विदेशी साथियों और अफसरों की हमेशा मदद करते हैं। हम जो भी सहयोग कर सकेंगे, जरूर करेंगे। हम परिस्थितियों के मुताबिक, यहां रहने वाले विदेशी नागरिकों के अधिकारों और उनकी देखरेख का पूरा जिम्मा उठाएंगे।

चीन में कोरोनावायरस से दो दिन में 29 लोगों की मौत
चीन में कोरोनावायरस की रोकथाम के इंतजाम पूरे नहीं पड़ रहे हैं। अफसरों ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि देशभर में अब तक 56 की मौत हो चुकी है। इसके अलावा 1975 लोग कोरोनावायरस से संक्रमित पाए गए हैं। शनिवार को ही हुबेई प्रांत में 13 लोगों की मौत हुई। इससे पहले शुक्रवार को चीन में 16 की मौत हुई थी।

जिनपिंग ने कहा- भयानक समस्या से गुजर रहा चीन
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने शनिवार को कोरोनावायरस समस्या पर अफसरों के साथ बैठक की। उन्होंने कहा कि देश इस वक्त भयानक समस्याओं से गुजर रहा है। वायरस का फैलना और तेज हुआ है। चीन के कई शहरों में लूनर न्यू ईयर की तैयारियां रद्द कर दी गई हैं। बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सरकार ने 17 शहरों को लॉकडाउन कर दिया है। चीनी अखबार पीपुल्स डेली के मुताबिक, 15 दिन के अंदर एक और इमरजेंसी अस्पताल तैयार किया जाएगा। इससे पहले 1000 बेड के अस्पताल का निर्माण भी शुक्रवार को शुरू हो चुका है। मिलिट्री से जुड़े स्वास्थ्यकर्मियों को भी वुहान लाया जा रहा है।



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चीन में कोरोनावायरस से संक्रमित लोगों को आइसोलेशन रूम में रखा जा रहा है।
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जोधपुर.हार्ट और लिवर से जुड़े बेबी ऑफ ममता के छह दिन के बच्चों को एम्स जोधपुर में शनिवार को सफलतापूर्वक अलग कर दिया। यह सर्जरी एम्स की दूसरी माइलस्टोन है। देश में इस तरह का यह पहला ऑपरेशन है, जिसमें छह दिन के जुड़वां बच्चों को अलग किया गया है।

एम्स प्रशासन ने इस सर्जरी का निर्णय आपातकालीन स्थिति में लिया, क्योंकि एक बच्चे के गेस्ट्रोइंटेस्टाइनल में ब्लड का रिसाव शुरू होगया था। इसके अलावा बच्चों में हार्ट और फेफड़े सहित अन्य बीमारी भी थीं। वे सांस नहीं ले पा रहे थे। बच्चों की जांच में पाया गया था कि लिवर के साथ सिंगल पेरिकार्डियल थैली में दो अलग-अलग दिल हैं।

एम्स अधीक्षक और शिशुरोग सर्जन डाॅ. अरविंद सिन्हा ने बताया कि शुक्रवार देर रात काे जुड़वां बच्चों में से एक की तबीयत ज्यादा खराब हो गई थी। उसे गेस्ट्रोइंटेस्टाइनल में ब्लड का रिसाव शुरू होगया था। तब से उस पर नजर रखी जा रही थी। बच्चे कम वजन के हाेने के चलते खतरा ज्यादा था, इसलिए सुबह ही न्यूनेटल विभाग के डॉक्टरों से ऑपरेशन काे लेकर बात की गई। उनकी सहमति के बाद करीब 12.30 बजे एनेस्थिसिया के विभागाध्यक्ष से भी सर्जरी के दाैरान बेहोश करने की जटिलता पर चर्चा की गई।उन्होंने भी सहमति जताई ताे तुरंत ऑपरेशन करना तय किया और एक और बी टीम बनाई गई। इसमें ऑपरेशन के दाैरान और उसके बाद की भूमिका तय की गई। करीब दाे बजे बच्चों काे ओटी में शिफ्ट किया गया और साढ़े तीन बजे सर्जरी शुरू होगई। करीब सात बजे तक सफल ऑपरेशन कर टीम ओटी से बाहर आगई।


सफल सर्जरी पर एम्स जोधपुर के निदेशक डॉ. संजीव मिश्रा ने ऑपरेटिंग टीम को बधाई देते हुए कहा कि एम्स दिल्ली के बाद एम्स जोधपुर दूसरा चिकित्सा संस्थान है, जिसने दूसरे दाे जुड़वां बच्चों काे सफलतापूर्वक अलग किया है। यह दुनिया में कहीं भी अलग होने वाले सबसे कम उम्र के जुड़ाव बच्चों में से एक हैं और देश में पहले। हम खुश हैं कि टीम ने इमरजेंसी में यह टास्क पूरा किया। छह दिन के बच्चों को बेहोशी की दवा देना ही मुश्किल होता है। हमने अपना काम पूरा किया अब रिकवरी भगवान पर निर्भर है। सबकाे दुआ करनी चाहिए। हम ऐसे प्रयास आगे भी करते रहेंगे।

आपात स्थिति इसलिए...

  • शुक्रवार रात 3 बजे एक बच्चे की तबीयत बिगड़ी, खून बहने लगा, जिसे तत्काल रोका। लेकिन स्थिति गंभीर थी।
  • अगर एक बच्चे की मौत हो जाती तो दूसरे को सिर्फ 30 मिनट में अलग करना पड़ता, जो बेहद मुश्किल था।
  • हीमोग्लोबिन 16 पर था, जो ब्लड निकलने से कम हो गया, उसे खून चढ़ाया गया तब लेवल 12 हो गया।
  • एक बच्चे का बीपी 70 तो दूसरे का 60 पर था।
  • सर्जरी में बच्चों के हार्ट बाहर आ रहे थे। एक के दिल में जाली लगानी पड़ी।
  • हार्ट बीट भी दोनों की अलग-अलग थी तो मॉनिटरिंग भी अलग ही करनी पड़ी।
  • एक की स्किन कम पड़ी तो मेश (जाली) लगाई। फिलहाल पेट का हिस्सा इसी से पैक है।

तबीयत बिगड़ने से लेकर सफलता तक के 16 घंटों का पूरा ब्यौरा

  • देर रात 3 बजे:दोनों बच्चों में से एक की तबीयत खराब होने के चलते रात को ही डॉक्टर बच्चों को देखने पहुंचे। इसके बाद एक बच्चे का काफी खून निकल गया था। खून रोक सर्जरी की तैयारियां शुरू की।
  • दोपहर 2:00 बजे: बच्चों को ओटी में शिफ्ट किया गया। एक बच्चे के सांस की ट्यूब पहले से लगी हुई थी दूसरे के डालने की प्रक्रिया शुरू हुई।
  • 2:30 बजे: बच्चों को वेंटीलेटर सपोर्ट िदया गया। एनेस्थिसिया के साथ ही कैथेटर, दोनों को आईवी और यूरीन कैथेटर में डाला गया।
  • 3:30 बजे:दोनों बच्चों का पेट खोला गया। लिवर का ऑपरेशन शुरू हुआ।
  • शाम 4:45: बजे दोनों के लिवर अलग कर दिए गए।
  • 5:10 बजे: हार्ट की झिल्ली को अलग कर रिकंस्ट्रक्ट किया।
  • 5:30 बजे: दोनों बच्चे अलग हो गए। इसके बाद टीम ए व टीम बी के रूप में अलग हुई।
  • 6:00 बजे: बच्चों को अलग-अलग ओटी टेबल पर ले जाया गया। क्लोजर का काम शुरू किया गया।
  • 6:30 बजे: खुले हिस्सों को बंद करने का काम शुरू।
  • 7:00 बजे: डॉक्टर्स बाहर आए, कहा- सर्जरी डन।

दो टीम बनाकरकिया ऑपरेशन
ऑपरेशन का निर्णय लेते ही शिशु सर्जन, एनेस्थिसिया, नर्सिंग स्टाफ की दो टीम बनाई गई, जो अलग-अलग दोनों बच्चों को देखेगी। इतने छोटे जुड़वां बच्चों में एनेस्थिसिया देना और लिवर व हार्ट को अलग करना सबसे बड़ी चुनौती थी।

सबकी भूमिका तय की
डॉ. अरविन्द सिन्हा के नेतृत्व में सर्जरी हुई। इसमें शिशु विभाग के डॉ. मनीष पाठक, डॉ. राहुल सक्सेना, डॉ. कीर्ति राठौड़, डॉ. अविनाश जाधव, डॉ. सुबलक्ष्मी, कार्डियोथोरेसिक सर्जन डॉ. सुरेंद्र पटेल और डॉ. मधुसूदन शामिल थे। एनेस्थिसिया टीम का नेतृत्व प्रो. डॉ. पीके भाटिया ने किया। साथ में डॉ. सादिक, डॉ. अंकुर शर्मा थे। आईसीयू में डॉ. नीरज गुप्ता व टीम बच्चों की देखभाल कर रही है। सफल सर्जरी पर एम्स जोधपुर के निदेशक डॉ. संजीव मिश्रा ने टीम को बधाई दी।



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AIIMS separates country's youngest 6-day-old heart-liver twins


from Dainik Bhaskar /rajasthan/jodhpur/news/aiims-separates-countrys-youngest-6-day-old-heart-liver-twins-126607471.html
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नई दिल्ली. निर्भया के 4 गुनहगाराेंमें से एक विनय तिहाड़ जेल में पेंटिंग औरशायरी लिखकर समय काट रहा है। उसने एक पेंटिंग निर्भया के साथ 16 दिसंबर 2012 की रात हुई दरिंदगी पर बनाई है। इसमें एक असहाय लड़की को दरिंदे के चंगुल में फंसा दिखाया गया है। इस पर 16 दिसंबर 2012 लिखा है। इसके नीचे फांसी के 4 फंदे भी बने हैं।

पेंटिंग को देखने से प्रतीत होता है कि असहाय लड़की के साथ जो दरिंदगी हुई, उसका अंजाम फांसी है। विनय ने दरिंदा नाम से भी एक पेंटिंग बनाई है। विनय की मांग पर जेल प्रशासन ने उसे कागज, पेंसिल और ब्रश मुहैया कराया था। इनकी मदद से उसने 19 से भी ज्यादा पेंटिंग बनाई हैं। दैनिक भास्कर के पास उसकी पेंटिंग की तस्वीर है। उसने अपनी मां और स्वर्गीय दादा की भी पेंटिंग बनाई है। अपनी मां के लिए बनाई गई पेंटिंग में उसने लिखा है कि आपको बहुत याद करता हूं। जेल सूत्राें के अनुसार विनय जेल में रातभर अपनी मां को याद कर रोता है।


दोस्तों के नाम चिट्‌ठी में दी नसीहत

विनय ने अपने चार दोस्तों के नाम एक चिट्ठी भी लिखी है। इसमें उसने दोस्तों को अच्छा व्यवहार करने की नसीहत दी है। दोस्ताें- राजू, कमल, रोहित सिंह और दिनेश के नाम लिखी चिट्ठी में उसने कहा है- मैं आप सभी दोस्तों को याद करता हूं और आपको प्यार करता हूं। मेरे सभी दोस्तों को मेरा एक पैगाम है। कभी भी किसी को वह मत कहना, जिसे तुम खुद बर्दाश्त न कर सको। अपने पत्र में विनय शर्मा ने कुछ शेर भी लिखे हैं।

‘दरिंदा’ की फाेटाे वकील काे दी गई
दिल्ली की पटियाला हाउस सेशन काेर्ट के निर्देश पर तिहाड़ जेल प्रशासन ने निर्भया के गुनहगार विनय कुमार की जेल में लिखी डायरी ‘दरिंदा’ की फाेटाे और अन्य दस्तावेज उसके वकील एपी सिंह काे दे दिए हैं। इसके साथ ही कोर्ट 3 गुनहगाराें की याचिका का निपटारा किया।



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पेंटिंग में निर्भया के साथ 16 दिसंबर 2012 की रात हुई दरिंदगी पर बनाई है।


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दिसपुर. असम के डिब्रूगढ़ में रविवार को दो जगहों पर संदिग्ध ग्रेनेड धमाके हुए हैं। पहला धमाका एक नेशनल हाईवे 37 के पास स्थित ग्राहम बाजार की एक दुकान के पास हुआ। वहीं दूसरा धमाका डिब्रूगढ़ के एक गुरुद्वारे के पास हुआ है। बताया गया है कि यह दोनों धमाके 30 मिनट के अंदर ही हुए हैं। असम के डीजीपी भास्कर ज्योति महंत के मुताबिक, पुलिस की एक टीम मौके पर रवाना कर दी गई है। धमाकों में कौन लोग शामिल थे इसकी जांच की जा रही है।

इन धमाकों के पीछे असम के उग्रवादी संगठन यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम-इंडिपेंडेंट (उल्फा-आई)का हाथ हो सकता है। इस प्रतिबंधित संगठन ने लोगों से गणतंत्र दिवस समारोह का बहिष्कार करने के लिए कहा था। आमतौर पर ऐसे संगठन गणतंत्र और स्वतंत्रता दिवस पर हड़ताल का आह्वान करते हैं।



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घटनास्थल पर पहुंची अधिकारियों की टीम।


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बॉलीवुड डेस्क. दीपिका पादुकोण स्टारर 'छपाक' सिनेमाघरों से करीब-करीब उतर गई है। 10 जनवरी को रिलीज हुई यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर दो सप्ताह भी सरवाइव नहीं कर सकी और फ्लॉप हो गई। करीब 35 करोड़ रुपए के बजट में बनी यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर बमुश्किल 34.03 करोड़ रुपए का कलेक्शन कर सकी। हालांकि, रिपोर्ट्स की मानें तो फिल्म ने स्ट्रीमिंग राइट्स और म्यूजिक राइट्स से 26 करोड़ रुपए कमाए हैं। इसके चलते कुल कमाई 60.03 करोड़ रुपए हुई। बावजूद इसके फिल्म फ्लॉप क्यों? यह समझने के लिए हमने फिल्म डिस्ट्रीब्यूटर, ट्रेड एनालिस्ट और मल्टीप्लेक्स मालिक राज बंसल से बात की।

बॉक्स ऑफिस कलेक्शन पर एक नजर

पहले दिन 4.77 करोड़ रुपए
पहले वीकेंड 19.02 करोड़ रुपए
पहला वीक 28.38 करोड़ रुपए
दूसरा वीक 5.65 करोड़ रुपए
कुल कलेक्शन 34.03 करोड़ रुपए

ऐसे होता है कलेक्शन का बंटवारा

बंसल कहते हैं, "बॉक्स ऑफिस पर फिल्म के कुल कलेक्शन का बंटवारा सिनेमाहॉल मालिकों और डिस्ट्रीब्यूटर्स के बीच होता है। वैसे तो यह आधा-आधा बंटता है। लेकिन अगर फिल्म हल्की (अपेक्षाकृत कम कमाई) जाती है, तो कुल कलेक्शन में से 52.5% सिनेमा मालिकों के पास जाता है आर 47.5% डिस्ट्रीब्यूटर्स को मिलता है।" अगर इस हिसाब से देखें तो 'छपाक' की कमाई अपेक्षाकृत कम रही है। इसलिए 34.03 करोड़ का 52.5% सिनेमाहॉल मालिकों को मिला होगा और 47.5% डिस्ट्रीब्यूटर्स के पास गया होगा।

टेबल में समझें 'छपाक' के कलेक्शन का बंटवारा

बजट 35 करोड़ रुपए
कलेक्शन 34.03 करोड़ रुपए
सिनेमामालिकों का हिस्सा ( 52.5%) करीब 18.38 करोड़ रुपए
डिस्ट्रीब्यूटर्स का हिस्सा (47.5%) 16.16 करोड़ रुपए

बंसल के मुताबिक, प्रोड्यूसर्स फिल्म की कमाई पहले ही डिस्ट्रीब्यूशन राइट से निकाल लेते हैं। उनके और डिस्ट्रीब्यूटर्स के बीच की गुप्त डील होती है, जिसके असली आंकड़े कभी सामने नहीं आए। फिल्म फ्लॉप हो जाने के बाद घाटा डिस्ट्रीब्यूटर को उठाना पड़ता है। कुछ ऐसा ही 'छपाक' को लेकर भी हुआ।

हिट-फ्लॉप का बैरोमीटर थिएटर्स की कमाई

रिपोर्ट्स के मुताबिक, 'छपाक' ने 23 करोड़ रुपए स्ट्रीमिंग राइट्स और 3 करोड़ रुपए म्यूजिकल राइट्स से कमाए हैं। इस हिसाब से बॉक्स ऑफिस कलेक्शन को मिलाकर कुल कमाई 60.03 करोड़ रुपए हुई, जो कि बजट से 25.03 करोड़ रुपए ज्यादा है। इसके चलते कुछ रिपोर्ट्स में फिल्म को फ्लॉप की श्रेणी से बाहर रखा जा रहा है। लेकिन ट्रेड एक्सपर्ट राज बंसल की मानें तो फिल्म का हिट या फ्लॉप होना इंडियन थिएटर्स से हुई कमाई के आधार पर तय होता है।वे कहते हैं,

इससे फर्क नहीं पड़ता कि फिल्म ने स्ट्रीमिंग या सेटेलाइट और म्यूजिक राइट्स से कितनी कमाई की। अगर 30 करोड़ रुपए फिल्म का बजट है और उसके सेटेलाइट राइट 50 करोड़ रुपए में बेच दिए, लेकिन बॉक्स ऑफिस पर वह सिर्फ 5 करोड़ रुपए ही कमा पाई। इस स्थिति में फिल्म ने भले ही कमाई कर ली हो, लेकिन उसे हिट नहीं कहा जा सकता। वह फ्लॉप की श्रेणी में ही आएगी।


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Deepika Padukone's Chhapaak Flopped Despite The Earnings Of 60 Crore Rupees


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रियो डे जेनेरो. दक्षिणपूर्वी ब्राजील में पिछले दो दिनों से जारी भारी बारिश के बाद आई बाढ़ और भूस्खलन से अब तक 30 की मौत हो गई। वहीं, 17 लोग लापता बताए जा रहे हैं। राहत और बचाव कार्य में जुटे सिविल डिफेंस टीम के मुताबिक, मिनास गैरेस राज्य में भारी बारिश के बाद साढ़े तीन हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।

शुरुआत में मरने वालों की संख्या 11 थी। लेकिन शनिवार को यह आंकड़ा बढ़ गया। ज्यादातर मौतें राजधानी बेलो हॉरिजोंटे में हुई। शुक्रवार को शहर में 24 घंटों में अब तक की सबसे ज्यादा बारिश हुई। इसके बाद भूस्खलन से कई मकान गिर गए। इसमें दबने से भी कई लोगों की जान गई।



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सिविल डिफेंस की टीम राहत और बचाव कार्य में जुटी।


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खेल डेस्क. भारत और न्यूजीलैंड के बीच 5 टी-20 की सीरीज का दूसरा मैच आज ऑकलैंड के ईडन पार्क में खेला जाएगा। पहला मैच भी इसी मैदान पर खेला गया था, जिसमें भारत ने 4 विकेट पर 204 रन का लक्ष्य हासिल किया था। भारतीय कप्तान विराट कोहली दूसरे मैच में बल्लेबाजी में कोई बदलाव नहीं करना चाहेंगे। हालांकि, गेंदबाजी में कुछ बदलाव देखने को मिल सकता है। पहले मैच में 3 ओवर में 44 रन देने वाले शार्दुल ठाकुर की जगह नवदीप सैनी या स्पिनर कुलदीप यादव को प्लेइंग इलेवन में मौका मिल सकता है।

कोहली इस मैच में रविंद्र जडेजा और युजवेंद्र चहल के साथ कुलदीप यादव को भी मौका दे सकते हैं। पहले मैच में जडेजा और चहल ने कुल 6 ओवर में 40 रन देकर 2 विकेट लिए थे। वहीं, शार्दुल के अलावा मोहम्मद शमी भी 4 ओवर में 53 देकर काफी महंगे रहे थे। टीम में तीसरे तेज गेंदबाज के तौर पर ऑलराउंडर शिवम दुबे विकल्प रहेंगे। उन्होंने पहले मैच में 3 ओवर में 24 रन देकर एक विकेट लिया था।

राहुल-अय्यर फॉर्म में

पहले मैच में भारत की ओर से लोकेश राहुल ने 56, श्रेयस अय्यर ने नाबाद 58 और कप्तान विराट कोहली ने 45 रन की पारी खेली थी। इसकी बदौलत भारत ने यह टी-20 केवल 19 ओवर में जीत लिया था।

गणतंत्र दिवस पर 2 साल बाद मैच जीतने का मौका
भारतीय टीम ने गणतंत्र दिवस पर 2 ही मैच खेले हैं। पहला मैच 2016 को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड में खेला था। यह मैच भारत ने 37 रन से जीता। इसके बाद उसका 2017 में अपने ही घर में इंग्लैंड से सामना हुआ। कानपुर में खेले गए इस मैच में भारत को 7 विकेट से हार का सामना करना पड़ा था।

मौजूदा टीम में कोहली ने न्यूजीलैंड और मुनरो ने भारत के खिलाफ सबसे ज्यादा रन बनाए

खिलाड़ी टीम टी-20 रन
कॉलिन मुनरो न्यूजीलैंड 8 307
विराट कोहली भारत 6 242
रॉस टेलर न्यूजीलैंड 9 237
केन विलियम्सन न्यूजीलैंड 9 216
रोहित शर्मा भारत 10 205

पिच और मौसम रिपोर्ट

ऑकलैंड में मैच के दौरान बादल छाए रहने की आशंका है। तापमान 18 से 25 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है। मैच के शुरुआत में गेंदबाजों को पिच से मदद मिल सकती है। उन्हें अच्छा बाउंस मिलेगा। इसके बाद यहां बल्लेबाजी करना आसान होगा। टॉस जीतने वाली टीम पहले गेंदबाजी करना पसंद करेगी। इस मैदान पर अब तक 21 टी-20 हुए, जिसमें पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम 9 मैच जीती, जबकि इतने ही हारी है।

हेड-टू-हेड
भारत और न्यूजीलैंड के बीच अब तक 12 टी-20 हुए। टीम इंडिया ने 4 में जीत दर्ज की, जबकि 8 मैच हारे। न्यूजीलैंड में टीम इंडिया ने अब तक 6 टी-20 खेले हैं, लेकिन जीत सिर्फ 2 में ही मिली। भारत ने 8 फरवरी 2019 को ऑकलैंड में पहला टी-20 खेला था। इसमें मेजबान को 7 विकेट से हराया था।

दोनों संभावित टीमें:
भारत : विराट कोहली (कप्तान), रोहित शर्मा (उपकप्तान), संजू सैमसन, लोकेश राहुल, श्रेयस अय्यर, मनीष पांडे, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), शिवम दुबे, कुलदीप यादव, युजवेंद्र चहल, वॉशिंगटन सुंदर, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, नवदीप सैनी, रविंद्र जडेजा, शार्दुल ठाकुर।

न्यूजीलैंड : केन विलियम्सन (कप्तान), मार्टिन गुप्टिल, रॉस टेलर, स्कॉट कुगलेजिन, कॉलिन मुनरो, कॉलिन डी ग्रैंडहोम, टॉम ब्रूस, डेरिल मिशेल, मिशेल सेंटनर, टिम सेफर्ट (विकेटकीपर), हामिश बेनेटे, ईश सोढ़ी, टिम साउदी, ब्लेयर टिकनेर।



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India (IND) Vs New Zealand (NZ) 2nd T20 Auckland; Head To Head Match Stats Winning, Losing, Tied Match History; Where to Watch 2nd T20I Match on Live TV Online


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नई दिल्ली. 26 जनवरी 1950 की सुबह 10 बजकर 18 मिनट पर भारत गणतंत्र बना था। ऐसा कहा जाता है कि 26 जनवरी का दिन इसलिए चुना गया था क्योंकि 26 जनवरी 1930 को कांग्रेस ने भारत को पूर्ण स्वराज घोषित किया था। गणतंत्र बनने के 6 मिनट बाद यानी 10 बजकर 24 मिनट पर डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने पहले राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ली थी। उन्हें तत्कालीन चीफ जस्टिस हीरालाल कनिया ने हिंदी में शपथ दिलाई थी। इसके बाद डॉ. प्रसाद ने हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषा में भाषण दिया था। उन्होंने उस वक्त कहा था- 'हमारे लंबे और घटनापूर्ण इतिहास में ये पहला अवसर है जब कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक ये विशाल देश सबका- सब इस संविधान और एक संघ राज्य के छत्रासीन हुआ है।' लेकिन, डॉ. प्रसाद के इस भाषण के ठीक 7 साल बाद यानी 26 जनवरी 1957 को जम्मू-कश्मीर में राज्य का अपना अलग संविधान लागू हुआ।


पहले राष्ट्रपति ने पहले भाषण में क्या कहा था?
"हमारे लंबे और घटनापूर्ण इतिहास में यह सर्वप्रथम अवसर है, जब उत्तर में कश्मीर से लेकर दक्षिण में कन्याकुमारी तक और पश्चिम में काठियावाड़ तथा कच्छ से लेकर पूर्व में कोकनाडा और कामरूप तक यह विशाल देश सबका-सब इस संविधान और एक संघ राज्य के छत्रासीन हुआ है, जिसने इनके बत्तीस करोड़ नर-नारियों के कल्याण का उत्तरदायित्व अपने ऊपर ले लिया है। अब इसका प्रशासन इसकी जनता द्वारा और इसकी जनता के हितों में चलेगा। इस देश के पास अनंत प्राकृतिक सम्पत्ति साधन हैं और अब इसको वह महान अवसर मिला है, जब वह अपनी विशाल जनसंख्या को सुखी और सम्पन्न बनाए तथा संसार में शांति स्थापना के लिए अपना अंशदान करे।"
"हमारे गणतंत्र का यह उद्देश्य है कि अपने नागरिकों को न्याय, स्वतन्त्रता और समानता प्राप्त कराए तथा इसके विशाल प्रदेशों में बसने वाले तथा भिन्न-भिन्न आचार-विचार वाले लोगों में भाईचारे की अभिवृद्धि हो। हम सब देशों के साथ मैत्रीभाव से रहना चाहते हैं। हमारा उद्देश्य है कि हम अपने देश में सर्वतोन्मुखी प्रगति करें। रोग, दारिद्रय और अज्ञानता के उन्मूलन का हमारा प्रोग्राम है। हम सब इस बात के लिए उत्सुक और चिंतित हैं कि हम पीड़ित भाइयों को, जिन्हें अनेक यातनाएं और कठिनाइयां सहनी पड़ी हैं और पड़ रही हैं, फिर से बसाएं और काम में लगाएं। जो जीवन की दौड़ में पीछे रह गए हैं, उनको दूसरों के स्तर पर लाने के लिए विशेष कदम उठाना आवश्यक और उचित है।"


जम्मू-कश्मीर के लिए अलग संविधान सभा बनी

  • आजादी के बाद जब बंटवारा हुआ तो कुछ रियासतें पाकिस्तान से और कुछ भारत से मिल गईं। पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर को अपने हिस्से में लेना चाहता था, लेकिन वहां के महाराजा हरि सिंह स्वतंत्र रहना चाहते थे। लेकिन 1947 में आजादी के कुछ दिन बाद ही पाक ने जम्मू-कश्मीर पर हमला कर दिया। जिसके बाद 26 अक्टूबर 1947 को हरि सिंह ने भारत में विलय के समझौते पर हस्ताक्षर किए। इसमें लिखा था कि इसमें लिखी गई किसी भी बात के जरिए मुझे भारत के भविष्य के किसी संविधान को मानने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता।
  • जम्मू-कश्मीर का मामला जटिल होने की वजह से संविधान सभा ने 17 अक्टूबर 1949 को अनुच्छेद 370 के रूप में एक विशेष संकल्प स्वीकार किया। 26 नवंबर 1949 को जब संविधान बन गया, तो बाकी राज्यों की रियासतों ने भारतीय संविधान मान लिया लेकिन जम्मू-कश्मीर के महाराजा हरि सिंह ने इसे मानने से मना कर दिया। इसके बाद वहां अलग संविधान सभा बनी, जिसकी पहली बैठक 31 अक्टूबर 1951 में हुई। राज्य की संविधान सभा का कार्यकाल 17 नवंबर 1956 तक चला और 26 जनवरी 1957 को राज्य का अपना अलग संविधान लागू हुआ।

62 साल 6 महीने बाद जम्मू-कश्मीर में भी भारतीय संविधान लागू हुआ
जम्मू-कश्मीर में पहले केंद्र सरकार वित्त, रक्षा, विदेश और संचार के मामलों में ही दखल दे सकती थी। लेकिन सरकार ने 6 अगस्त 2019 को जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को खत्म कर दिया। जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को दो अलग-अलग केंद्र शासित प्रदेश बना दिया। इसके बाद वहां भी केंद्र सरकार के सभी कानून और भारतीय संविधान लागू हो गया। जम्मू-कश्मीर में भारतीय संविधान 62 साल 6 महीने और 11 दिन बाद लागू हुआ।



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Rajendra Prasad Speech | Republic Day Bhaskar Special 2020 On President Speech Over Constitution From Kanyakumari to Kashmir
डॉ. राजेंद्र प्रसाद को राष्ट्रपति पद की शपथ दिलाते तत्कालीन चीफ जस्टिस हीरालाल कनिया। कुर्सी पर तत्कालीन गवर्नर जनरल सी. राजगोपालाचारी।
26 जनवरी 1950 को पहले गणतंत्र दिवस पर परेड का नजारा।
नेपाल के तत्कालीन राजा त्रिभुवन 1951 के गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि थे। साथ में राष्ट्रपति डॉ. प्रसाद।
1951 के गणतंत्र दिवस समारोह में तीनों सेनाओं के प्रमुख भी शामिल हुए थे।


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नई दिल्ली. ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो रविवार को गणतंत्र दिवस परेड में मुख्य अतिथि होंगे। वे गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित तीसरे ब्राजीली राष्ट्रपति हैं, उनसे पहले 1996 मेंम फर्नांडो हेनहिक कारडोसो और 2004 में लूला डीसिल्वा गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि बने थे। बोल्सोनारो के भारत आने से पहले ही उनके दौरे को लेकर विवाद खड़ा हो गया था। सोशल मीडिया पर उनके खिलाफ कैंपेन चला। खुद बोल्सोनारो कई बार अपने आलोचकों के लिए विवादास्पद बयान देकर इन आरोपों को सही साबित करते हैं। अपनी नीतियों और सोशल मीडिया में ट्रम्प को फॉलो करने की वजह से उन्हें 2018 में अमेरिकी महाद्वीप का ट्रम्प कहा गया था।

बोल्सोनारो सिर्फ नीतियों में ही नहीं, बल्कि विवादास्पद बयानों के मामले में भी ट्रम्प के काफी करीब माने जाते हैं। दोनों को महिलाओं के प्रति नफरत और विवादित नजरिया रखने वाला नेता माना जाता है। नजर डालते हैं बोल्सोनारो के ऐसे कुछ बयानों पर जिन पर विवाद पैदा हुआ है...



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Jair Bolsonaro; Facts About Republic Day (71st Gantantra Diwas) 2020 Chief Guest Brazil President Jair Bolsonaro


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नई दिल्ली. ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो रविवार को गणतंत्र दिवस परेड में मुख्य अतिथि होंगे। वे गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित तीसरे ब्राजीली राष्ट्रपति हैं, उनसे पहले 1996 मेंम फर्नांडो हेनहिक कारडोसो और 2004 में लूला डीसिल्वा गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि बने थे। बोल्सोनारो के भारत आने से पहले ही उनके दौरे को लेकर विवाद खड़ा हो गया था। सोशल मीडिया पर उनके खिलाफ कैंपेन चला। खुद बोल्सोनारो कई बार अपने आलोचकों के लिए विवादास्पद बयान देकर इन आरोपों को सही साबित करते हैं। अपनी नीतियों और सोशल मीडिया में ट्रम्प को फॉलो करने की वजह से उन्हें 2018 में अमेरिकी महाद्वीप का ट्रम्प कहा गया था।

बोल्सोनारो सिर्फ नीतियों में ही नहीं, बल्कि विवादास्पद बयानों के मामले में भी ट्रम्प के काफी करीब माने जाते हैं। दोनों को महिलाओं के प्रति नफरत और विवादित नजरिया रखने वाला नेता माना जाता है। नजर डालते हैं बोल्सोनारो के ऐसे कुछ बयानों पर जिन पर विवाद पैदा हुआ है...



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Jair Bolsonaro; Facts About Republic Day (71st Gantantra Diwas) 2020 Chief Guest Brazil President Jair Bolsonaro


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गुजरे जमाने के अभिनेता और निर्देशक मनोज कुमार ने पूरा जीवन यह संदेश देने में लगा दिया कि देश प्रेम कितना महत्वपूर्ण है। पूरब और पश्चिम, उपकार और क्रांति जैसी फिल्मों में दमदार अभिनय से प्रशंसकों ने उन्हें ‘भारत कुमार’ कहना शुरू कर दिया था। 2015 में उन्हें प्रतिष्ठित फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया। खुद के देशभक्ति की फिल्मों के नायक बनने के पीछे के कारणों को अपनी जुबानी बयां कर रहे हैं भारत कुमार.....


सन 1946-47 में मैं लाहौर में था। तब वहां आजाद हिंद फौज के जुलूस निकलते थे। उनके 3 बड़े सैनिक सहगल, ढिल्लों और शाहनवाज कैद थे। लाल किले में उन पर मुकदमा चल रहा था। नारा था- ‘लाल किले से आई आवाज, सहगल ढिल्लों और शाहनवाज।’ मैं भी उस जुलूस में नारे लगाता था। पुलिस ने मुझे भी पकड़ लिया। आधे पौने घंटे बाद डांट-डपट कर छोड़ दिया। घर पहुंचा तो पिताजी ने पूछा कि थानेदार का फोन आया था। क्या बात थी? मैंने उन्हें भी वह नारा सुना दिया। पिताजी ने पूछा भी कौन हैं यह लोग? मैंने कहा मुझे नहीं पता। तो उन्होंने मुझे नेताजी सुभाष चंद्र बोस की कहानी सुनाई। उस वक्त मेरी उम्र 9 साल थी। आजादी के दीवानों को लेकर वह मेरा पहला इंप्रेशन था, जो मेरे जहन में उस समय से ही रच-बस गया था, जो आगे मेरी फिल्मों में उतरकर आया।


बहरहाल, उसके बाद दंगे शुरू हो गए। पार्टीशन हो गया था। मेरे पिताजी उस समय लाहौर के उस इलाके के पीस कमेटी के प्रेसिडेंट थे। कई खूनी जख्मों को सहने के बाद हमारा परिवार खून से लथपथ दिल्ली पहुंच गया। पिताजी को दिल्ली रिफ्यूजी कैंप का भी प्रेसिडेंट चुना गया। फिर पता लगा कि पंडित जवाहरलाल नेहरू कैंप आने वाले हैं। अगले दिन एक अंग्रेजी अखबार के फ्रंट पेज पर पंडितजी की फोटो थी और साइड में मेरे पिताजी की। अखबार में पंडित जी का बयान था- ‘मैं रिफ्यूजी कैंप गया था। वहां कैंप के प्रेसिडेंट ने कहा कि पंडित जी पाकिस्तान ने कश्मीर पर हमला कर दिया। बोलिए, आपको कितने जवान चाहिए? मैं तो खुद कैंप वालों को कुछ देने गया था पर उनके प्रेसिडेंट ने मुझे ही देने की पेशकश की तो मेरे जेहन में ख्याल आया कि यह जो लोग अपने घर-बार, खेत-खलिहान छोड़कर आए हैं, उनमें देशभक्ति का इतना जज्बा है तो हमारा मुल्क जरूर प्रगति करेगा।’ पंडित जी की यह बात भी मेरे जेहन में घर कर गई।


अगले दिन पिताजी मुझे लाल किला ले गए। वह 16 अगस्त का दिन था। नेहरू जी भाषण दे रहे थे। वे कुछ बोल रहे थे जिस पर लोग तालियां बजा रहे थे। मेरे पिताजी भी तालियां बजा रहे थे। मैं यह देख कर कुछ अजीब सा महसूस कर रहा था, क्योंकि एक दिन पहले मेरे पिताजी अपने छोटे भाई की मौत का गम मना रहे थे और अभी भाषण पर तालियां बजा रहे हैं। भाषण जब खत्म हुआ, तब पिताजी मुझे जामा मस्जिद ले गए। उन्होंने कहा- मत्था टेको। मैंने मना किया। कहा- यह तो मुसलमानों की जगह है। पिताजी ने कहा- नहीं बेटे पूजा का स्थान एक ही होता है। कोई हिंदू-मुस्लिम नहीं है। वह समय बुरा था जो हुआ।’ तब मैंने मत्था टेक दिया। उस वक्त पिताजी ने अगर यह नहीं किया होता, तो शायद मेरे दिल में मुसलमानों के लिए और इस्लाम के लिए मन में घृणा रहती। और वह भी नैरेटिव मेरी फिल्मों में झलकता, मगर ऐसा कभी नहीं हुआ।


- जैसा उन्होंने अमित कर्ण को बताया



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गुजरे जमाने के अभिनेता और निर्देशक मनोज कुमार।


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नई दिल्ली.71वां गणतंत्र दिवस समारोह रविवार को दिल्ली में राजपथ पर मनाया जाएगा। इस बार ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो समारोह के मुख्य अतिथि होंगे। इस साल 90 मिनट की परेड में डीआरडीओ के द्वारा विकसित एंटी सैटेलाइट वेपन्स (एसैट)- मिशन शक्ति मुख्य आकर्षण होगा। वायुसेना के चिनूक और अपाचे हेलिकॉप्टर भी पहली बार परेड में शामिल किए गए हैं।

गणतंत्र दिवस समारोह की शुरुआत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नेशनल वॉर मेमोरियल पर शहीदों को श्रद्धांजलि देंगे। यह पहला मौका है जब प्रधानमंत्री अमर जवान ज्योति न जाकर इंडिया गेट के पास नेशनल वॉर मेमोरियल जाएंगे। परंपरा के मुताबिक, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ध्वजारोहण करेंगे, इसके बाद राष्ट्रगान के दौरान 21 तोपों की सलामी दी जाएगी।

16 राज्यों की 20 झाकियां राजपथ पर दिखेंगी
लेफ्टिनेंट जनरल असित मिस्त्री परेड का नेतृत्व करेंगे, जबकि मेजर जनरल आलोक कास्कर सेकंड परेड कमांडर होंगे। उनके पीछे परमवीर चक्र, अशोक चक्र और वीर चक्र विजेता की टुकड़ी होगी। इस बार राजपथ पर 16 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों की 20 झाकियां नजर आएंगी। इसके अलावा अलग-अलग विभागों की 6 अन्य झाकियां होंगी, इसमें देश की सांस्कृतिक और आर्थिक प्रगति दिखेगी।

राजपथ पर परेड में सैन्य ताकत भी नजर आएगी

  • डीआरडीओ के द्वारा विकसित एंटी सैटेलाइट वेपन्स (एसैट)- मिशन शक्ति परेड का मुख्य आकर्षण होगा। इसके अलावा एयर डिफेंस टैक्टिकल केंट्रोल रडार (एडीटीसीआर) डीआरडीओ का दूसरा आकर्षण होगा। थलसेना के भीष्म टैंक समेत अन्य कॉम्बैट व्हीकल, वायुसेना में पिछले साल शामिल हुए चिनूक और अपाचे हेलिकॉप्टर, आकाश और आस्ट्रा मिसाइल सिस्टम परेड में शामिल होगा।
  • पहली बार आर्मी एयर डिफेंस के जवानों की टुकड़ी राजपथ पर कदम ताल करेगी। इसके अलावा इंस्पेक्टर सीमा नाग के नेतृत्व में सीआरपीएफ की महिला बाइकर्स की टुकड़ी पहली बार करतब दिखाएगी।

फ्लाई पास्ट में 45 एयरक्राफ्ट शामिल होंगे

  • समारोह के दौरान फ्लाई पास्ट में वायुसेना के 41 एयरक्राफ्ट और आर्मी एविएशन विंग के 4 हेलिकॉप्टर शामिल होंगे। 16 फाइटर जेट, 10 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट और 19 हेलिकॉप्टर शामिल होंगे। फ्लाई पास्ट दो चरणों में होगा। परेड को लीड करते हुए सबसे पहले एमआई-15 और वी-5 हेलिकॉप्टर ‘‘वाई’’फॉर्मेशन में उड़ेंगे। इसे वाइन ग्लास फॉर्मेशन भी कहा जाता है। इसके बाद सेना की एविएशन विंग के 4 हेलिकॉप्टर ‘‘ध्रुव’’फॉर्मेशन में उड़ान भरेंगे।
  • परेड के बाद फ्लाई पास्ट के दूसरे हिस्से में सबसे पहले वायुसेना के 3 एमके-5 डब्ल्यूएसआई हेलिकॉप्टर ‘‘विक’’फॉर्मेशन में उड़ान भरेंगे। इसके बाद 3 चिनूक भी ‘‘विक’’फॉर्मेशन में उड़ान भरेंगे, फिर 3 सी-130जे सुपर हरक्युलिस फ्लाई पास्ट करेंगे। 3 सुखोई-30एमकेआई ‘‘नेत्र’’फॉर्मेशन में, 3 सी-17 ग्लोबमास्टर ‘‘ग्लोब’’फॉर्मेशन में उड़ान भरेंगे। इसके अलावा 5 जगुआर, 5 मिग-29, 3 सुखोई ‘‘त्रिशूल’’फॉर्मेशन में उड़ेंगे। अंत में सुखोई ‘‘वर्टिकल चार्ली’’फॉर्मेशन में राष्ट्रपति भवन से इंडिया गेट की ओर उड़ान भरेगा।


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Republic Day Parade 2020 Live | Republic Day, 71st Gantantra Diwas Live Latest Today News Celebrations Photos Video Updates On Rajpath Republic Day Parade


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वॉशिंगटन. अमेरिका ने कहा कि विदेशी राजनयिकों को बिना किसी बाधा के कश्मीर जाने की अनुमति दी जाए और पिछले 5 महीनों से नजरबंद रखे गए नेताओं की जल्द रिहाई सुनिश्चित हो। यह बात दक्षिण एशियाई मामलों की अमेरिकी प्रतिनिधि एलिस वेल्स ने शनिवार को कही। हाल ही में 16 देशों के राजनयिकों ने कश्मीर का दौरा किया था। वेल्स ने भारत की इस पहल को सराहा।

सीएए का विरोध लोकतांत्रिक तरीके से हो रहा: वेल्स
वेल्स हाल ही में रायसीना डायलॉग में हिस्सा लेने दिल्ली आई थीं। उन्होंने कहा, ‘‘भारत की यात्रा के दौरान मुझे नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर काफी बातें सुनने को मिलीं। वहां जो कुछ भी चल रहा है, मैं उसे एक लोकतांत्रिक तरीका कहूंगी। वहां पर लोग सड़कों पर हैं। इसको लेकर राजनीति, मीडिया और अदालतों में बहस चल रही है। मैं कानून के तहत समान सुरक्षा के सिद्धांत की वकालत करती हूं।”

16 देशों के प्रतिनिधि 2 दिन कश्मीर में रहे
अमेरिका, अर्जेंटीना, बांग्लादेश, वियतनाम और मालदीव समेत 16 देशों के राजनयिकों ने 15 और 16 जनवरी को जम्मू-कश्मीर का दौरा किया था। इस दौरान उन्होंने अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद की स्थिति की समीक्षा की थी। उन्होंने आम लोगों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, पत्रकारों, कश्मीरी नेताओं और कश्मीरी पंडितों से मुलाकात की। यूरोपियन यूनियन के प्रतिनिधियों को भी न्यौता दिया गया था, लेकिन उन्होंने इसे गाइडेड टूर बताते हुए इसका हिस्सा बनने से मना कर दिया था।



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Kashmir Article 370 | America On India Over Jammu Kashmir Leaders Detention Under Since Abrogation of Article 370


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नई दिल्ली.71वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद शनिवार शाम राष्ट्र को संबोधित करेंगे। उनका यह संबोधन शाम 7 बजे पहले हिंदी और उसके बाद अंग्रेजी में होगा। इसका प्रसारण दूरदर्शन और ऑल इंडिया रेडियो पर किया जाएगा। संबोधन रात 9.30 बजे से रेडिया पर क्षेत्रीय भाषाओं में सुना जा सकता है। माना जा रहा है कि राष्ट्रपति अपने संबोधन में देश में शांतिपूर्ण वातावरण, लोकतांत्रिक मूल्यों, मूल अधिकार और कर्तव्यों को शामिल कर सकते हैं। इससे पहले राष्ट्रपति ने स्वतंत्रता दिवस से पहले 14 अगस्त को राष्ट्र को संबोधित किया था।

गणतंत्र दिवस समारोह रविवार को राजपथ पर मनाया जाएगा। इसके लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो समारोह के मुख्य अतिथि होंगे। वे शुक्रवार को चार दिन के दौरे पर दिल्ली पहुंच चुके हैं।



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राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद। (फाइल फोटो)


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बेंगलुरु/शेनझेन. चीन में किसी भारतीय के कोरोनावायरस से संक्रमित होने का पहला मामला सामने आया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत की प्रीति माहेश्वरीदो हफ्तों से गंभीर हालत में चीन के गुआंगदोंग प्रांत में स्थित शेनझेन के अस्पताल में भर्ती हैं। प्रीति शेनझेन के ही इंटरनेशनल स्कूल ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी में टीचर हैं। उन्हें 11 जनवरी को सांस लेने में परेशानी के चलते शेकोऊ अस्पताल ले जाया गया था। यहां उनके कोरोनावायरस निमोनिया टाइप-1 से संक्रमित होने की बात सामने आई। बताया जा रहा है किप्रीति मल्टीपल ऑर्गन डिसफंक्शन सिंड्रोम (मॉड्स) से पीड़ित हैं। उनके कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया है।

क्राउडफंडिंग से जुटाए गए 29.43 लाख रुपए

शेकोऊ अस्पताल के आईसीयू में प्रीति कोरेसिपिरेटरी सपोर्ट और वेंटिलेटर पर रखा गया है। खून साफ करने के लिए उनका डायलिसिस भी किया जा रहा है। प्रीति के भाई मनीष थापा ने अपने पोस्ट में लिखा- “उनके इलाज का खर्च लगातार बढ़ता जा रहा है। भर्ती होने से लेकर अब तक इलाज में करीब 10 लाख युआन (1 करोड़ रुपए) खर्च हो चुके हैं।” मनीष ने प्रीति के इलाज के लिए क्राउडफंडिंग भी की। हालांकि, एक प्राइवेट फर्म के जरिए अब तक 992 दानदाताओं से 29.43 लाख रुपए ही जुटाए जा सके हैं।

हालत में सुधार दिखने के बाद भारत ला सकते हैं

मनीष के मुताबिक, “प्रीति की हालत में कुछ सुधार जरूर हुआ है, उनकीधड़कनेंऔर एमआरआई सामान्य हैं। हालांकि, वे अभी भी क्रिटिकल लाइफ सपोर्ट पर हैंयानी उनके ठीक होने में समय लगेगा।” मनीष का कहना है कि परिवार प्रीति का इलाज भारत में कराने के बारे में भी सोच रहा है। हालांकि, उन्हें भारत लाने से पहले उनकी रिकवरी जरूरी है। इस मामले में भारत सरकार से बात की है।

प्रीति के पति आयुष्मान कोवल के मुताबिक, डॉक्टरों ने प्रीति की खराब हालत को देखते हुएशुक्रवार को अस्पताल के आईसीयू वार्ड में रखा था। प्रीति फिलहाल बेहोश है। डॉक्टर परिवारवालों को प्रीति की देखरेख के लिए सिर्फ कुछ ही घंटे दे रहे हैं। डॉक्टरों का कहना है कि प्रीति को ठीक होने में अभी लंबा समय लग सकता है।



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प्रीति माहेश्वरी के इलाज के लिए क्राउडफंडिंग से भी पैसे जुटाए जा रहे हैं।


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