
नई दिल्ली. हिंसा में शामिल होने के आरोप झेल रहे पार्षद ताहिर हुसैन को लेकर दिल्ली पुलिस ने नया खुलासा किया है। क्राइम ब्रांच के सूत्रों ने शनिवार को कहा कि चांद बाग में हिंसा के दौरान 3 से 4 लोगों ने ताहिर हुसैन की पुलिस सेछिपे रहने में मदद की थी। ये सभी लोग मुस्तफाबाद के रहने वाले बताए जा रहे हैं। ताजा जानकारी के बाद दिल्ली पुलिस ताहिर के मददगार रहे इन लोगों पर निगरानी रख रही है। जल्द ही इन्हें पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है।निलंबित आप पार्षद ताहिर हुसैन पर उत्तर पूर्व दिल्ली में पिछले हफ्ते हुई हिंसा के दौरान आईबी कॉन्स्टेबल अंकित शर्मा की हत्या का आरोप है। दिल्ली की एक अदालत ने इस मामले में शुक्रवार को उन्हें 7 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया था।
दिल्ली पुलिस ने अंकित शर्मा की हत्या के मामले में 6 दिन तक फरार रहे पार्षद ताहिर हुसैन को शुक्रवार को गिरफ्तार किया था। ताहिर ने रोज एवेन्यू कोर्ट में सरेंडर की कोशिश की थी, लेकिन अदालत ने यह कहते हुए इनकार कर दिया था कि यह हमारे अधिकार क्षेत्र का मामला नहीं है। इसके बाद दिल्ली पुलिस ने उसे कोर्ट की पार्किंग से गिरफ्तार किया था। पार्षद ताहिर ताहिर ने कड़कड़डूमा कोर्ट में अग्रिम जमानत के लिए भी अर्जी दाखिल की थी, जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया। ताहिर के खिलाफ आईबी के हेड कॉन्स्टेबल अंकित शर्मा के परिवार ने 28 फरवरी को हत्या का केस दर्ज करवाया था। शर्मा का शव ताहिर के घर के नजदीक एक नाले से मिला था। दिल्ली हिंसा में नाम सामने आने के बाद आम आदमी पार्टी ने ताहिर को पार्टी से निलंबित कर दिया था।
उत्तर पूर्व दिल्ली में 53 की मौत
दिल्ली में तीन दिन तक चली हिंसा में अंकित शर्मा और दिल्ली पुलिस के हेड कॉन्स्टेबल रतन लाल समेत 53 लोगों की मौत हुई थी, जबकि 200 से ज्यादा लोग इसमें घायल हुए थे।उत्तर-पूर्वी दिल्ली में टकराव की शुरुआत 22 फरवरी की शाम को हुई थी, जब जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के नीचे की सड़क पर बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी जुटने लगे। इनमें ज्यादातर महिलाएं थीं। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि शाहीन बाग की तरह हम यहां से भी नहीं हटने वाले। लेकिन पुलिस वहां से तिरपाल और तख्त उठाकर ले गई थी। पूर्वी दिल्ली के मौजपुर में भी प्रदर्शनकारियों ने एक सड़क बंद कर रखी थी। हिंसा रोकने के लिए रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) समेत भारी संख्या में सुरक्षाबलों को तैनात किया गया था। हिंसा के दौरान सुरक्षाबलों ने आगजनी की 300 घटनाएं रोकीं। इसके बावजूद दंगाइयों ने 79 घर और 327 दुकानें पूरी तरह से जला दी थी।
आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें
from Dainik Bhaskar /national/news/crime-branch-said-had-helped-hide-tahir-hussain-during-the-riots-in-chand-bagh-all-residents-of-mustafabad-126929778.html
via
No comments:
Post a Comment