
नई दिल्ली (पवन कुमार). तिहाड़ जेल में बंद निर्भयाकांड के गुनहगार जेल में आपराधिक वारदात की साजिश रच रहे हैं। उनकी काेशिश खुद पर नया आपराधिक केस दर्ज करवाने की है, ताकि फांसी की सजा पर अमल टाला जा सके। नया केस दर्ज हुआ तो उसके लंबित रहने तक इन्हें फांसी नहीं दी जा सकेगी। जेल नंबर 2 में बंद तीन दोषियाें अक्षय, मुकेश और पवन की इस साजिश की भनक जेल प्रशासन काे लग चुकी है।
जेल नंबर दो के अधीक्षक ने जेल मुख्यालय को पत्र भेजकर इससे अवगत करवाया है। साथ ही उन्हाेंने तीनाें दाेषियाें काे हाई सिक्योरिटी सेल में शिफ्ट करने की इजाजत मांगी है। पत्र में बताया गया है कि तीनाें कैदी मिलकर किसी अन्य कैदी को नुकसान पहुंचा सकते हैं या आपस में लड़कर खुद काे भी नुकसान पहुंचा सकते हैं। इनकी गुटबाजी खत्म करकेउन्हें अलग-अलग जगह और हाई सिक्योरिटी सेल या स्पेशल सेल में रखना जरूरी है। निर्भया कांड का चाैथा दाेषी विनय जेल नंबर 4 में बंद है।
दोषी अभी सुप्रीम कोर्ट में क्यूरेटिव पिटीशन भी दायर कर सकते हैं
तीनों दाेषी जेल नंबर 3 के हाई सिक्योरिटी सेल में शिफ्ट किए जा सकते हैं। यहीं पर फांसी घर भी है। फांसी से पहले कैदी यहीं शिफ्ट किए जाते हैं। चारों की फांसी की तारीख तय करने पर 7 जनवरी को पटियाला हाउस कोर्ट में सुनवाई है। दोषी अभी सुप्रीम कोर्ट में क्यूरेटिव पिटीशन भी दायर कर सकते हैं। कोर्ट ने तिहाड़-प्रशासन को निर्देश दिया था कि कैदियों को एक बार फिर नोटिस दिया जाए। इसके बाद जेल-प्रशासन ने राष्ट्रपति के पास दया याचिका दायर करने के लिए इन्हें दाेबारा से सात दिन का नोटिस दिया था।
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