
नई दिल्ली. मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की गतिविधियों में जनवरी में तेजी आई है। इस सेक्टर का इकोनॉमिक इंडिकेटर आईएचएस मार्किट इंडिया मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई पिछले महीने 55.3 के स्तर पर पहुंच गया। यह फरवरी 2012 के बाद सबसे ज्यादा है। दिसंबर में 52.7 था। नए ऑर्डर मिलने से जनवरी में उत्पादन में तेजी आई और रोजगार भी बढ़े। बिजनेस सेंटीमेंट बेहतर होने से इनपुट कॉस्ट और आउटपुट चार्ज में हल्की बढ़ोतरी दर्ज की गई।
पीएमआई का 50 से नीचे जाना गतिविधियों में कमी को दर्शाता है
मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई लगातार 30वें महीने 50 प्वाइंट से ऊपर रहा है, जो बताता है कि गतिविधियां बढ़ रही हैं। पीएमआई का 50 से नीचे जाना गतिविधियों में गिरावट को दर्शाता है। नीति निर्माण में इस इंडेक्स काध्यान रखा जाता है।
मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में नौकरियों की रफ्तारअगस्त 2012 के बाद सबसे ज्यादा
नए ऑर्डर का इंडेक्स दिसंबर 2014 के बाद सबसे ऊपर पहुंच गया। इसमें साढ़े सात साल की सबसे तेज बढ़ोतरी दर्ज की गई। नए कर्मचारी रखने की दर भी बढ़ी।मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर कीनौकरियों में अगस्त 2012 के बाद सबसे तेज इजाफा हुआ है।
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