
मुंबई.सोमवार को सेंसेक्स में अब तक की दूसरी सबसे बड़ी गिरावट और अमेरिकी बाजारों के रिकॉर्ड नीचे जाने के कारण मंगलवार को देश के बाजारों में उतार-चढ़ावदेखने को मिल रहाहै। अमेरिकी बाजार का सीधा असर देश के बाजारों पर देखने को मिलता है। सोमवार को अमेरिकी बाजारों में रिकॉर्ड गिरावट आई थी। डाउ जोंस करीब 3,000 अंक गिरकर बंद हुआ था।
ट्रम्प के बयानों से बाजार में घबराहट फैली
कोरोनावायरस का संक्रमण बढ़ने के बाद आर्थिक गतिविधियों को सुधारने के लिए फेडरल रिजर्व, लॉमेकर्स और व्हाइट हाउस द्वारा उठाए अप्रत्याशित कदमों से निवेशकों में घबराहट फैल गई। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की अपील से बाजार पर और नकारात्मक असर पड़ा। ट्रम्प ने अमेरिकी नागिरकों से अपील की वे सामाजिक गतिविधियों को 15 दिन के लिए रोक दें और 10 लोग से ज्यादा एक साथ एकत्र न हों। ट्रम्प ने यह भी कहा कि अमेरिका मंदी की तरफ बढ़ रहा है। इसके बाद कारोबार में डाउ जोंस 2997.10 अंक या 12.93% गिरकर 20,188.50 पॉइंट पर पहुंच गया। नैस्डैक कंपोजिट में 12.32% और एसएंडपी में 11.98% की गिरावट आई। नैस्डैक 970 अंक गिरकर 6,904.59 पर बंद हुआ। इसी तरह, एसएंडपी 324 अंक नीचे 2,386.16 पर बंद हुआ।
सोमवार को बाजार में आई इतिहास की दूसरी सबसे बड़ी गिरावट
इससे पहले, सोमवार को कोरोनावायरस के बढ़ने और यूएस फेडरल के ब्याज दरों में कटौती के बाद सेंसेक्स में तेज गिरावट आई। कारोबार के अंत में सेंसेक्स 2713.41 अंक गिरकर 31,390.07 पर बंद हुआ। सेंसेक्स 7.96% गिरा। इसी तरह निफ्टी 756.10 अंक गिरकर 9,199.10 पॉइंट पर बंद हुआ। बाजार में सोमवार को फाइनेंस सेक्टर के शेयरों में सबसे ज्यादा प्रभाव पड़ा। एचडीएफसी, इंड्सइंड, एक्सिस, आईसीआईसीआई, एसबीआई समेत सभी प्रमुख बैंकों के शेयरों में गिरावट देखने को मिली। बीएसई 30 में शामिल सभी कंपनियों के शेयर गिरावट में रहे थे।
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