
मिलान (इटली). चीन के वुहान से शुरू हुए कोरोनावायरस ने पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले लिया है। एक समय था जब वुहान में सबसे ज्यादा मौतें हुआ करती थीं। हर रोज 150 से 200 लोग दम तोड़ते थे। अकेले वुहान में अब तक 2600 से ज्यादा संक्रमितों की मौत हुई है। वहीं, अब जब यहां हालात काबू में है तो इटली का लोम्बार्डी शहर दुनिया का नया वुहान बनता जा रहा है। अकेले लोम्बार्डी में अब तक 1218 मौतें हो चुकी हैं। इटली में रविवार को रिकॉर्ड 368 लोगों की मौत दर्ज की गई है। इनमें 289 लोम्बार्डी से ही थे। हालात यह हैं कि अब मरीजों को अस्पताल पहुंचाने के लिए एम्बुलेंसकम पड़ गई हैं। आईसीयू में मरीजों के लिए जगह तक नहीं बची। डॉक्टर खुद संक्रमित होने लगे हैं। इससे अस्पतालों में डॉक्टर्स की भी कमी हो गई है।
लोम्बार्डी के रीजनल गर्वनर एटिलियो फोंटाना के मुताबिक, इटली कीआर्थिक राजधानी कहे जाने वाले इस क्षेत्रकी हालत बेकाबू होती जा रही है। अब हम लोगों को रेस्क्यू करने में समर्थ नहीं हैं। हमारे पास पर्याप्त संसाधन नहीं बचे हैं। अस्पतालोंमें बेड नहीं बचे हैं, जहां मरीजों को भर्ती किया जा सके। हम दूसरे देशों से सहायता की उम्मीद में हैं। जैसे ही सहायता मिल जाएगी हम फिर इससे लड़ने के लिए तैयार हो जाएंगे। एक करोड़ की जनसंख्या वाले इस प्रांत में संक्रमितों की संख्या 13 हजार 272 है। इनमें 767 मरीजों की हालत गंभीर है।

चीन के बाहर होने वाली मौतों में सबसे ज्यादा इटली के
चीन के बाद अब सबसे ज्यादा मौतें इटली में हो रही हैं। यहां मौतों का आंकड़ा 1809 पहुंच गया है। इटली सिविल प्रोटेक्शन सर्विस ने कुल 24 हजार 747 लोगों में संक्रमण की पुष्टि की है। इटली के स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक, यह आंकड़ा आने वाले दिनों में और तेजी से बढ़ेगा। यहां 2 हजार 335 लोगों को ठीक किया जा चुका है। 1 लाख 25 हजार लोगों में संक्रमण की जांच हो चुकी है। लॉकडाउन के चलते 6 करोड़ से ज्यादा लोग घरों में कैद हैं।
हर प्रांत से मौतें हो रही हैं
इटली में अब तक हुई मौतों में 67 प्रतिशत लोम्बार्डी और मिलान से थे। जबकि दक्षिणपूर्वपुगलिया क्षेत्र में रविवार को 16 मौतें दर्ज की गईं। अब इटली के मोलिस और बेसिलिकाटा प्रांत को छोड़कर लगभग हर प्रांत में हर रोज एक से दो मौतें हो रही हैं। इटली की राजधानी में अब तक 13 मौतें हुई हैं जबकि 436 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है।

चीन से मांगी मदद, सर्जिकल मास्क भी खत्म हुए
मिलान के मेयर बीपे साला कहते हैं कि, सर्जिकल मास्क की कमी पड़ गई है,इसलिए चीन से मांगे गए हैं। मैंने पिछले कुछ दिनों में कई बार चीन के अधिकारियों से बात की है। हमारे उनसे अच्छे रिश्ते हैं। शुक्रवार को ही उनकी तरफ से मास्क भेजे गए थे। यूरोपियन कमिशन ने भी एक करोड़ मास्क जर्मनी से दिलाने का एलान किया है। उम्मीद करते हैं कि जल्द ही हालातहम काबू पा लेंगे।
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