
नई दिल्ली. 2012 में निर्भया गैंगरेप मामले में फांसी की सजा पाए चार दोषियों में से दो ने सुप्रीम कोर्ट में क्यूरेटिव पिटीशन दायर की थी। इस पिटीशन पर सुप्रीम कोर्ट के पांच जजों जस्टिस एन वी रमना, अरुण मिश्रा, आर एफ नरीमन, आर भानुमति और अशोक भूषण की बेंच सुनवाई करेगी। चार गुनहगारों में से दो विनय शर्मा और मुकेश सिंह ने क्यूरेटिव पिटीशन दायर की थी। इससे पहले, दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने मंगलवार को निर्भया के चारों दुष्कर्मियों अक्षय ठाकुर (31), पवन गुप्ता (25), मुकेश सिंह (32) और विनय शर्मा (26) के खिलाफ डेथ वॉरंट जारी किया था। अदालत ने सभी चारों दोषियों को 22 जनवरी को सुबह 7 बजे फांसी देने का आदेश दिया है।
इस बीच, तिहाड़ जेल में रविवार को निर्भया गैंग रेप केस के चारों दोषियों की डमी को फांसी दी गई। यह प्रक्रिया दोषी को फांसी देने के पहले की रिहर्सल मानी जाती है। चारों दोषियों की डमी उनके वजन के हिसाब से तैयार की गई थी। जेल में ही पत्थरों और मलबे से हर दोषी के वजन के बराबर बनी डमी को फांसी दी गई। हालांकि इस प्रक्रिया के लिए जल्लाद नहीं बुलाया गया और जेल अधिकारियों ने ही इस प्रक्रिया को अंजाम दिया।
निर्भया केस में वारदात के 2578 दिन बाद डेथ वॉरंट जारी हुआ था
चारों दोषियों को जेल नंबर 3 में फांसी दी जाएगी। तीन दोषी जेल नंबर 2 में रखे गए हैं और एक को जेल नंबर 4 में रखा गया है। निर्भया के केस में वारदात के 2578 दिन बाद डेथ वॉरंट जारी हुआ था। 16 दिसंबर 2012 को निर्भया गैंगरेप का शिकार हुई थी। नौ महीने बाद यानी सितंबर 2013 में निचली अदालत ने दोषियों को फांसी की सजा सुनाई थी। मार्च 2014 में हाईकोर्ट और मई 2017 में सुप्रीम कोर्ट ने फांसी की सजा बरकरार रखी थी।
मेरठ के पवन सभी दोषियों को फांसी पर लटकाएगा
उत्तर प्रदेश के मेरठ में रहने वाले पवन सभी दोषियों को फांसी के फंदे पर लटकाएगा। पवन अपने परिवार को चौथी पीढ़ी है, जो जल्लाद का काम करते हैं। पवन जल्लाद निर्भया केस के चारों दोषियों को तिहाड़ जेल में एक साथ फांसी देकर दादा का रिकॉर्ड तोड़ेंगे। चारों दोषियों को 22 जनवरी की सुबह 7 बजे फांसी पर लटकाया जाएगा और इसकी तैयारी भी चल रही है। जानकारी के मुताबिक, देश में इस परिवार को लोग जल्लादों के परिवार के रूप में जानते-पहचानते हैं। 1950-60 के दशक में लक्ष्मण देश में मुंसिफो (कोर्ट) द्वारा फांसी की सजा दिए जाने के बाद मुजरिमों को फांसी पर चढ़ाने का काम करते थे। अब उन्हीं लक्ष्मण जल्लाद का पड़पोता पवन अपनी जिंदगी की पहली फांसी देने की तैयारी में जुटा है। पवन ने कहा, “मैं एक साथ अपनी जिंदगी की पहली फांसी में चार-चार मुजरिमों को टांगने वाला हूं।”
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